BRIEF INTRODUCTION
“बच्चे और युवा देश के भविष्य होते है, वो दुनिया बदल सकते है। वो जो चाहे कर सकते है, अगर करना चाहे तो।” ये बात मैंने मैंने युवा प्रतिनिधि के तौर पे मैंने UNEP TUNZA के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 2012 में बोला था और आज 11 साल हो गया। फिर इसे प्रकाशित भी किया गया था और अधिकारिक विडीओ में भी शामिल किया गया था। UNEP TUNZA के इस सम्मेलन का ख़ास उद्देश्य था “स्थायी जीवन शैली, हरित अर्थव्यवस्था: हम जो भविष्य चाहते हैं” पे संवाद कर संयुक्त राष्ट्र तक अपनी बातों को पहुँचाए ताकि वो अपने सदस्य देशों के सरकार को बता सके कि आज के बच्चे और युवा क्या चाहते है।अनिल गुप्ता सर, माधवी जोशी मैडम, प्रमोद कुमार शर्मा सर, अभिषेक पांजा, और कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय लोगों से मिला, उन्हें सुना, बहुत कुछ सीखने और अपनी बातों को रखने का मौक़ा मिला। आज का उल्लेख इसी विषय पे है।
2 years ago
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